Chandi Ki Chidiya Story in Hindi
इस कहानी के पात्र
- चिड़िया
- बूढ़ी औरत
- राजकुमार
- भालू
एक बार की बात है, एक छोटा सा गांव था। गांव में एक बूढ़ी औरत रहती थी। वह बहुत गरीब थी, लेकिन वह बहुत दयालु थी। एक दिन, वह जंगल में लकड़ी काट रही थी, तभी उसे एक चांदी की चिड़िया दिखाई दी। चिड़िया बहुत सुंदर थी। बूढ़ी औरत ने चिड़िया को अपने घर ले आई। बूढ़ी औरत ने चिड़िया को बहुत प्यार से पाला-पोसा। चिड़िया भी बूढ़ी औरत से बहुत प्यार करती थी। वह हर दिन बूढ़ी औरत के साथ खेलती थी। चिड़िया बूढ़ी औरत को बहुत हंसाती थी।
एक दिन, एक राजकुमार जंगल में शिकार कर रहा था। वह बूढ़ी औरत के घर के पास आया। उसने चांदी की चिड़िया को देखा और उसे बहुत पसंद आया। राजकुमार ने बूढ़ी औरत से चिड़िया को खरीदने के लिए कहा। बूढ़ी औरत ने चिड़िया को राजकुमार को बेचने से मना कर दिया। वह चिड़िया को बहुत प्यार करती थी। राजकुमार ने बूढ़ी औरत को बहुत पैसे दिए, लेकिन बूढ़ी औरत नहीं मानी।

राजकुमार बहुत गुस्सा हुआ। उसने बूढ़ी औरत को धमकी दी कि अगर उसने चिड़िया को उसे नहीं दी तो वह उसे मार डालेगा। बूढ़ी औरत बहुत डर गई। उसने राजकुमार को चिड़िया दे दी। राजकुमार चिड़िया को अपने महल में ले गया। उसने चिड़िया को एक सुनहरे पिंजरे में बंद कर दिया। चिड़िया बहुत उदास हो गई। वह अपने घर और बूढ़ी औरत को बहुत याद करने लगी।
एक दिन, चिड़िया ने पिंजरे के दरवाजे को खोल दिया और उड़ गई। वह सीधे बूढ़ी औरत के घर चली गई। बूढ़ी औरत बहुत खुश हुई। उसने चिड़िया को गले लगा लिया। चिड़िया ने बूढ़ी औरत को बताया कि वह राजकुमार के महल में बहुत उदास थी। वह अपने घर और बूढ़ी औरत को बहुत याद करती थी।
बूढ़ी औरत ने चिड़िया को अपने साथ रहने के लिए कहा। चिड़िया ने बूढ़ी औरत की बात मान ली। वह बूढ़ी औरत के साथ बहुत खुशी-खुशी रहने लगी। एक दिन, बूढ़ी औरत और चिड़िया जंगल में घूम रहे थे। तभी उन्हें एक भालू दिखाई दिया। भालू बहुत बड़ा था। बूढ़ी औरत बहुत डर गई।
चिड़िया ने बूढ़ी औरत को बचाने के लिए भालू से लड़ने का फैसला किया। चिड़िया ने भालू पर हमला किया। चिड़िया बहुत छोटी थी, लेकिन वह बहुत साहसी थी। चिड़िया ने भालू को बहुत चोट पहुंचाई। भालू दर्द से रोने लगा। भालू ने बूढ़ी औरत और चिड़िया को छोड़ दिया और भाग गया। जिससे बूढ़ी औरत बहुत खुश हुई। उसने चिड़िया को गले लगा लिया। चिड़िया ने बूढ़ी औरत को बचाया था। बूढ़ी औरत और चिड़िया हमेशा के लिए एक साथ खुशी-खुशी रहने लगे।
निष्कर्ष
सच्ची दोस्ती में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करना चाहिए। चाहे दोस्त छोटा हो या बड़ा, वह हमेशा अपने दोस्त की मदद करने के लिए तैयार रहता है। साहस एक ऐसी चीज है जो हमें मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाल सकती है। जब हमें किसी चीज से डर लगता है, तो हमें हिम्मत करके उसका सामना करना चाहिए।
🔔 Follow Us On Google News:- | Click Here |
🔔 Follow Us On Telegram:- | Click Here |
🔔 Follow Us On Facebook:- | Click Here |
🔔 Follow Us On WhatsApp:- | Click Here |